मुंबई की ‘गुमशुदा नंबर-166’ नौ साल बाद अपनी माँ तक कैसे पहुंचीं?

“मैंने नौ सालों बाद अपनी माँ को देखा और मैं उनकी गोद में सिर रखकर सो पायी. मैं आख़िरकार बच निकलने में कामयाब हो गयी. मैं बहुत ख़ुश हूं. बस सोचती हूं कि काश पापा भी होते. मैं जब वापस आई तो मैं उन्हें तलाश रही थी लेकिन मुझे वो नहीं मिले.” ये कहना था … Continue reading मुंबई की ‘गुमशुदा नंबर-166’ नौ साल बाद अपनी माँ तक कैसे पहुंचीं?